श्री सुंधाशुजी महाराज जीवन परिचय

सुधांशुजी महाराज का जन्म 2 मई 1955 को उत्तर प्रदेश के सहार नपुर जिले में हुआ।इन्होंने गायत्री मंत्र द्वाराअज्ञानता दूर करने की विधि को जाना।बाल्या वस्था मेंही इन्होंने मंत्रऔर श्लोकों काअच्छा ज्ञानअर्जित कर लिया था।

24 मार्च 1991 को रामनवमी के दिन इन्होंने दिल्ली में विश्वजागृति मिशन की स्थापना की।

देश-विदेश में इसकी कुल 80 शाखाएं हैं।इस मिशन के द्वारा सुधांशुजी महाराज भारत ही नहीं विदेशों में भी अध्यात्म और जनकल्याण का संदेश प्रचारित कर रहे हैं।इन कामिशन निर्धनों और कमज़ोर व्यक्तियों की सहायता करता है।

श्रद्धालुओं की श्रद्धा को संवारता श्रद्धा लोक आश्रमउल्हासनगर मण्डल

गुरुदेव पूज्य सुधांशु जी महाराज का वर्ष 1999 में यहां उल्हासनगर में प्रथम विराट भक्ति सत्संग का आयोजन हुआ और तब से सामाहिक सत्संग आज भी जारी है। तत्पश्चात् गुरु भक्तों द्वारा विश्व जागृति मिशन उल्लास नगर मण्डल के तत्त्वावधान में 500 स्क्वायर यार्ड भूमि में सत्संग भवन का निर्माण किया गया।24 मार्च 2010 को रामनवमी के दिन उल्हासनगर में श्रद्धा लोक आश्रमकी नीवराखीगई।

10 अक्टूबर 2010 कोश्रद्धा लोक आश्रम में प्रथमऑडियो वीडियो सत्संग का भावपूर्ण आयोजन किया गया।तबसे हजारों श्रद्धावान गुरुदीक्षितों वाले इस क्षेत्र में मण्डल द्वारा निरन्तर साप्ताहिक सत्संग का अत्यन्त भावपूर्ण आयोजन किया जाता है।

गुरूपूर्णिमा, श्रद्धापर्व आदि सभी पर्व अवसरों पर भव्य आयोजन किये जाते हैं। महिला सत्संग द्वारा पूज्य गुरुदेव सुधांशु जी महाराज के दिव्य उद्बोधनों को जन-जन तक पहुँचाकर विविध रूपों में मानव कल्याण का प्रयास किया जाता है।

भक्तजन निर्धन रोगियों के स्वास्थ्य जांच तथा उपचार हेतु शिविर लगाना, अतिनिर्धन को वस्त्र वितरण, भोजन सामग्रीवितरण, अतिनिर्धन स्कूली बच्चों को पठन सामग्री, वर्दी तथा मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करना आदि अनेक जनसेवा के कार्यों को अपने सदगुरु का आदेश मानकर करते हैं।

मण्डल द्वारा यहां पर पूज्यश्री के साहित्य, आडियो-वीडियो, पत्र-पत्रिकाओं के पुस्तकालय तथा मंदिर आदि अनेक योजनाओं की पूर्ति हेतु प्रयास किया जा रहा है।